टूटती बेड़ियाँ
“प्रीति....प्रीति, अरे ! सुनो तो ज़रा कहाँ हो ? इधर आना तो प्लीज़।“ “क्या हुआ रजत ! क्यों चीख रहे हो ?” रसोईघर से भाग कर आती हुई प्रीति ने हाथ साफ कर कपड़ा टेबल पर रखते हुए पूछा। “देखो [...]
“प्रीति....प्रीति, अरे ! सुनो तो ज़रा कहाँ हो ? इधर आना तो प्लीज़।“ “क्या हुआ रजत ! क्यों चीख रहे हो ?” रसोईघर से भाग कर आती हुई प्रीति ने हाथ साफ कर कपड़ा टेबल पर रखते हुए पूछा। “देखो [...]