शून्य से प्रेम तक
वह गुस्से में पैर पटकती हुई अंदर आई और बोली "ये क्या बकवास लिखा है तुमने कि ये दुनिया असली नहीं है , तुम्हे दर्द नहीं होता , तुम्हारे सपने नहीं हैं और हाँ ये शून्य क्या है , बहुत [...]
वह गुस्से में पैर पटकती हुई अंदर आई और बोली "ये क्या बकवास लिखा है तुमने कि ये दुनिया असली नहीं है , तुम्हे दर्द नहीं होता , तुम्हारे सपने नहीं हैं और हाँ ये शून्य क्या है , बहुत [...]